Ek Raahi
हे माँ एक भुला हुआ रही हु मैं
चल रहा रहा हूँ लड़खड़ा के गिर जा रहा हूँ
पर गिर के भी चलता जा रहा हु मैं
इस हालात मे इस बालक का कहारा सुन ले तू
हे माँ एक भुला हुआ राही हूँ मैं
अपने अचल का सहारा देदे तू
लोग कहते है दूर मंजिल है तेरी
पर कोई मंजिल दूर नही होती है ये जाना है मैंने
एक मुसीबत है मेरी
इस मुसीबत का नजारा देदे तू
हे माँ एक भुला हुआ राही हूँ मैं
अपने अचल आ सहारा देदे तू
समल जायेंगे तेरे इस ऐसान से
तेरे एहसानो पर लड़ा जा रहा हु मैं
इस बच्चे की खता है एक
उस खता का हिदायत दे दे तू
हे माँ एक हुआ राही हूँ मै
अपने अचल सहारा दे दे तू
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